NIMBU KA AACHAR : खाने के स्वाद को बढाने के लिये हम आचार का उपयोग करते है | खाने के फिकाफन को दूर करने के लिये बहुत से लोग आचार खाते है | आचार की बहुत सी वैरायटी है , जिसके बारे में हमें भी पता नही होता है. आचार बहुत अलग अलग प्रकार का बनता है जैसे आम का आचार, निम्बू का आचार, मिर्ची का आचार , गोभी का आचार, कटहल का आचार, गाजर का आचार , करेला का आचार और आवले का आचार |
आचार को हमेशा गर्मी के मौसम में बनाया जाता है. अलग अलग राज्य में अलग अलग प्रकार के आचार बनाये जाते है नीम्बू का आचार खाने में चटफटा और पेट के समस्यों के लिये फायदेमंद होता है .
NIMBU KA AACHAR के लिए सामग्री :
- नीम्बू- 800 ग्राम
- नमक – 150 ग्राम
- हल्दी पावडर- ¾ बड़े चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – 2 ½5 बड़े चम्मच
- साबुत जीरा – 1 ½ चम्मच
- मेथी दाना – 1 ½ चम्मच
- राई – 1 बड़ा चम्मच
- अदरक – 2 बड़ा चम्मच कद्दुस किया हुआ
- हिंग पाउडर – ½ चम्मच

NIMBU KA AACHAR बनाने की विधि :-
- स्टेप 1 .सबसे पहले निम्बू को धो कर कपडे से पोछ ले .
- स्टेप 2. इसके बाद नीबू को छोटे छोटे टुकड़ो में कट ले .
- स्टेप 3. गैस पर धीमी आंच पर पैन रखे , पैन में जीरा , हिंग , और राई को भुन ले .
- स्टेप 4.भुने हुए मसाला को ठंडा कर इसे मिक्सी में पीस ले .
- स्टेप 5 . फिर दुसरे बर्तन में नमक , हल्दी , हिंग और पिसे मसाले एक साथ डालकर मिक्स कर ले और अब इसमें नीम्बू के टुकड़े को डालकर हाथो से मिला ले. क्योकि मसाले नीम्बू पर अच्छे से लग जाये .
- स्टेप 6. अब किसी कांच की बर्नी या जार में इन सभी को डालकर एक महीने तक रख दे. इस कांच की बर्नी को एक हफ्ते तक धुप में रखे इसके आचार जल्दी गल जाता है . दिन में एक बार जार को हिला दे जिससे की नमक उसमे अच्छे से मिक्स हो जाये.
- स्टेप 7 . एक महीने के बाद जब निम्बू का छिलका मुलायम हो जाये तो उसमे कद्दुस किये हुए अदरक को मिला दे.
- स्टेप 8 . कॉटन के कपडे से .कांच की बरनी या जार के मुह को बांध ले फिर इसे कुछ घंटो के लिए धुप में रख दे .जिससे की निम्बू का सिरा गाढ़ा हो जाये | इससे की आचार जल्दी ख़राब नही होता है . सालो तक आराम से आचार ख़राब नही होता है .
अब ये तैयार है इससे आप रोटी ,पराठा, और दाल चावल के साथ खा सकते है .5 Best Healthy And Vegetarian Salad Recipes | 5 बेस्ट हेल्दी और वेजिटेरियन सलाद रेसिपी
सुझाव :-
- आचार को कभी भी गिले हाथ से नही छूना चाहिये .
- मासिक धर्म में भी आचार को नही छूना चाहिए .
- जब भी अचार कन्टेनर से निकालें, साफ और सूखे चम्मच का प्रयोग कीजिये जिससे आचार कभी ख़राब नही होता है .
- आचार को हमेशा कांच की बरनी में रखना चाहिये .
- सिरका मंद एसिटिक अम्ल है, यह अचार को फफूंद या अन्य जीवाणुओं से खराब होने से बचाता है।